पात्र - राजा रानी राजकुमारी बांदी दरबान राजकुमार(4 -अलग अलग देश से आए हुए) मोर पपीहा तोता मैना नगाड़ा बजाने वाला ढोल बजाने वाला वस्त्र: राजा- राजा की पारम्परिक पोशाक ,तलवार,मुकुट, सिंहासन,जूती, व दोनो हाथ मे सफ़ेद जुराब( उछल-उछल कर मंच पर आगमन) रानी- रानी की पारंपरिक पोशाक, गले में 4-5 माला, दोनो हाथ मे सफ़ेद जुराब( उछल-उछल कर मंच पर आगमन) राजकुमारी- पारंपरिक पोशाक, दोनो हाथ मे सफ़ेद जुराब( उछल-उछल कर मंच पर आगमन) बांदी - पारंपरिक पोशाक,हाथ मे पूजा की थाली जिसमे फूलों की माला दोनो हाथ मे सफ़ेद जुराब( उछल-उछल कर मंच पर आगमन) तोता,मैना, मोर,पपीहा- पोशाक जिस से उपस्थिति महसूस हो। दरबान,ढोल व नगाड़े वाले- पारंपरिक पोशाक (मंच व बगीचे का निर्माण तथा शादी जैसे उत्सव के लिए तैयारी) (पर्दा उठता है एक बगीचे के दृश्य के साथ) प्राचीन काल मे एक राजा अपनी रानी के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहा था दोनो एक दिन बगीचे में टहल रहे थे कि राजा की निगाह अपनी यौवन अवस्था की देहलीज पर जाती अपनी पुत्री यानी राजकुमारी को देखा औ...