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दस्ताना कठपुतली




पात्र -

  • राजा
  • रानी
  • राजकुमारी
  • बांदी
  • दरबान
  • राजकुमार(4 -अलग अलग देश से आए हुए)
  • मोर
  • पपीहा
  • तोता
  • मैना
  • नगाड़ा बजाने वाला
  • ढोल बजाने वाला


वस्त्र:
राजा- राजा की पारम्परिक पोशाक ,तलवार,मुकुट, सिंहासन,जूती, व दोनो हाथ मे सफ़ेद जुराब( उछल-उछल कर मंच पर आगमन)



रानी- रानी की पारंपरिक पोशाक, गले में 4-5 माला, दोनो हाथ मे सफ़ेद जुराब(उछल-उछल कर मंच पर आगमन)


राजकुमारी-  पारंपरिक पोशाक, दोनो हाथ मे सफ़ेद जुराब( उछल-उछल कर मंच पर आगमन)



बांदी - पारंपरिक पोशाक,हाथ मे पूजा की थाली जिसमे फूलों की माला दोनो हाथ मे सफ़ेद जुराब( उछल-उछल कर मंच पर आगमन)

तोता,मैना, मोर,पपीहा-पोशाक जिस से उपस्थिति महसूस हो।

दरबान,ढोल व नगाड़े वाले- पारंपरिक पोशाक

(मंच व बगीचे का निर्माण तथा शादी जैसे उत्सव के लिए तैयारी)
(पर्दा उठता है एक बगीचे के दृश्य के साथ)


                 प्राचीन काल मे एक राजा अपनी रानी के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहा था दोनो एक दिन बगीचे में टहल रहे थे कि राजा की निगाह अपनी यौवन अवस्था की देहलीज पर जाती अपनी पुत्री यानी राजकुमारी को देखा और फिर शुरू होती है यह सारी कहानी-

एक था राजा,एक था राजा ,एक था राजाsssss 

एक थी रानी,एक थी रानी,एक थी रानीssss 

दोनों की एक बेटी सयानी,बेटी सयानी,बेटी सयानीssss 

(राजा -रानी को अपनी बेटी के शादी की चिंता होने लगी,उन्होंने लगभग सभी राजाओं को स्वयंवर के लये निमंत्रण पत्र भेजा। )

फिर एक दिन:-

चंद्र देश का कुँवर आया,कुँवर आया, कुँवर आयाssss (उछल-उछल कर मंच पर आगमन)( पर्दे के पीछे से)

राजकुमारी बोली - इस कुँवर का तो पेट बड़ा है,पेट बड़ा है,पेट बड़ा हैssss। ना जी ना इससे तो मैं नही करुँगी,नही करुँगी,नही करुँगीsss।माँ मैं इस से नही करुँगी,नही करुँगी,नही करुँगीsss।

(कुँवर फिर लौट जाता है)

फिर आया दूसरा राजकुमार:

काबुल देश का कुँवर आया,कुँवर आया,कुँवर आयाssss (उछल-उछल कर मंच पर आगमन)पर्दे के पीछे से)

राजकुमारी बोली - इस कुँवर का तो कद लंबा है,कद लंबा है,कद लंबा है ssss। ना जी ना इससे भी मैं नही करुँगी,नही करुँगी,नही करुँगीssss।माँ मैं इससे भी नही करुँगी,नही करुँगी,नही करुँगीsss

(कुँवर फिर लौट जाता है)

फिर आया तीसरा राजकुमार:

चीन देश से कुँवर आया,कुँवर आया,कुँवर आयाssss (पर्दे के पीछे से)

राजकुमारी बोली - इस कुँवर का तो कद छोटा है,कद छोटा है,कद छोटा है ssss। ना जी ना इससे भी मैं नही करुँगी,नही करुँगी,नही करुँगीssss।माँ मैं इससे भी नही करुँगी,नही करुँगी,नही करुँगीssss।

(कुँवर फिर लौट जाता है)

फिर आया चौथा राजकुमार:

सूर्य देश से कुँवर आया ,कुँवर आया,कुँवर आयाssss (पर्दे के पीछे से)

राजकुमारी बोली - अहा!कितना सुंदर,कितना प्यारा,हाँ माँ मैं इससे करुँगी,इससे करुँगी, इससे करुँगीsss।माँ मै तो बस इससे करुँगी इसी से करुँगी इसी से करुँगीssss।

राजा बोले- रानी आओ थाली मँगाओ ,आरती की आप थाली मँगाओ,थाली मँगाओsssss। 

(रानी आरती की थाली मंगवाती है,पूरा माहौल हर्षोल्लास का है,ढोल-नगाड़े बजने लगे)

रानी बोली-बांदी आओ थाली लाओ,थाली लाओ,थाली लाओsssss।

(राजकुमारी-राजकुमार का वरमाला का समय है)

(वाह जी वाह बस ! आया मज़ा, आया मज़ा, आया मज़ाsssss मोर,पपीहा,तोता,मैना सब देखो कैसे नाच रहे है,बादल- बर्षा झूम रहे है,झूम रहे है,झूम रहे हैsss।)--(-पर्दे के पीछे से)

(नाचते हुए कुछ पीछे चले जाते है और फिर पर्दा गिर जाता है।)





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